गुजरात के बोटाद जिले में स्थित श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, सारंगपुर भक्तों के लिए आस्था और समाधान का प्रमुख केंद्र है। अहमदाबाद से लगभग 140 किमी दूर यह मंदिर 175 सालों से भक्तों के कष्ट दूर करने के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के हनुमानजी को “कष्टभंजन देव” कहा जाता है, क्योंकि मान्यता है कि यहाँ आने वाला कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता।
श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, सारंगपुर मंदिर का इतिहास और महत्व

- भगवान स्वामीनारायण की भविष्यवाणी: 19वीं सदी में भगवान स्वामीनारायण ने सारंगपुर को पवित्र तीर्थ घोषित किया और भविष्यवाणी की कि यहाँ एक ऐसी दिव्य शक्ति प्रकट होगी जो सभी के दुखों को दूर करेगी।
- संत गोपालानंद स्वामी की भूमिका: 1845 में गाँव में भयंकर सूखे के दौरान संत गोपालानंद स्वामी ने हनुमानजी की मूर्ति स्थापित की। प्राण-प्रतिष्ठा के समय मूर्ति में चमत्कारिक कंपन हुआ, जिसे भक्त हनुमानजी के प्रत्यक्ष विराजमान होने का संकेत मानते हैं।
- किंग ऑफ सारंगपुर: 2023 में मंदिर परिसर में 54 फुट ऊँची हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित की गई, जो गुजरात की सबसे ऊँची पंचधातु प्रतिमा है।
मंदिर की विशेषताएँ
- दर्शन का प्रभाव: भक्तों का मानना है कि यहाँ आते ही मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- मनोकामना पूर्ति: संतान प्राप्ति, रोग मुक्ति, और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों की मन्नतें यहाँ पूरी होती हैं।
- विशेष आरती और अनुष्ठान:
- मंगला आरती: सुबह 5:30 बजे (शनिवार, मंगलवार, पूर्णिमा)।
- संध्या आरती: शाम 7:00 बजे (प्रतिदिन)।
कष्टभंजन पाठ: विशेष समस्याओं के निवारण के लिए प्रतिदिन होता है।
श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, सारंगपुर दर्शन समय

सुबह का समय
शृंगार आरती
(सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, रविवार)
सुबह 5:45 बजेमंगला आरती
(शनिवार, मंगलवार और पूर्णिमा)
सुबह 5:30 बजेशृंगार आरती
(शनिवार, मंगलवार और पूर्णिमा)
सुबह 7:00 बजेराजभोग थाल
(दर्शन बंद)
सुबह 10:30 से 11:15 बजे तकदोपहर में दर्शन बंद
सुबह 12:00 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक
शाम का समय
संध्या आरती
शाम 7:00 बजेथाल
(दर्शन बंद)
शाम 6:45 से 7:45 बजे तकरात्रि में दर्शन बंद
रात 9:00 बजे से सुबह 5:30 बजे तक
ध्यान दें:
दर्शन समय मौसम या विशेष आयोजनों के अनुसार बदल सकते हैं।
आरती के समय दर्शन का विशेष लाभ मिलता है, अतः भक्तजन इसे न छोड़ें।
मंदिर प्रशासन द्वारा जारी अपडेटेड समय के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।
श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, सारंगपुर क्यों है खास?
कष्टों का तुरंत निवारण: मान्यता है कि यहाँ मन्नत माँगने वालों की हर समस्या 21 दिनों में हल हो जाती है।
ऐतिहासिक प्रतिमा: 175 साल पुरानी मूर्ति में आज भी वही दिव्य ऊर्जा है।
विश्व प्रसिद्ध आरती: संध्या आरती (शाम 7 बजे) के समय पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय माहौल से भर जाता है।
श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, सारंगपुर कैसे पहुँचें?

- रेलवे स्टेशन: निकटतम स्टेशन बोटाद (40 किमी) या अहमदाबाद (140 किमी)।
- सड़क मार्ग: अहमदाबाद से बस या टैक्सी द्वारा 3-4 घंटे का सफर।
पता: श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, पो.सारंगपुर (हनुमान), ता. बरवाला, जिला: बोटाद, गुजरात, पिन: 382450
भक्तों के लिए सुविधाएँ
- निःशुल्क भोजन: प्रतिदिन 1000 से अधिक भक्तों के लिए भंडारा।
- आवास: साफ-सुथरे गेस्ट हाउस (AC और नॉन-AC), ऑनलाइन बुकिंग उपलब्ध।
- डिजिटल सुविधाएँ:
- ऑनलाइन दर्शन: मंदिर की वेबसाइट पर लाइव दर्शन।
- ई-प्रसाद: घर बैठे प्रसाद मंगवाने की सुविधा।
हाल के अपडेट्स (2023-24)
- सौर ऊर्जा: मंदिर परिसर अब पूरी तरह सोलर पैनल्स से संचालित होता है।
- स्वच्छता अभियान: मंदिर प्रशासन ने ISKCON की तर्ज पर स्वच्छता और व्यवस्था को प्राथमिकता दी है।
- विशेष कार्यक्रम: हनुमान जयंती और रामनवमी पर भव्य आयोजन होते हैं, जिसमें देश-विदेश से लाखों भक्त शामिल होते हैं।
नई पार्किंग: 500+ वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा।
विशेष श्रद्धांजलि: हनुमान जयंती पर 5 दिनों का भव्य उत्सव।
भक्तों के अनुभव

- रोग मुक्ति: कई भक्तों ने गंभीर बीमारियों से मुक्ति पाने का दावा किया है।
- मानसिक शांति: तनाव और अवसाद से जूझ रहे लोगों को यहाँ आकर सुकून मिलता है।
- पारिवारिक समस्याएँ: कलह और आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवारों की कहानियाँ यहाँ बदलती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQ
Q1. क्या मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति है?
A. हाँ, लेकिन मुख्य गर्भगृह में मना है।
Q2. क्या यहाँ ऑनलाइन प्रसाद बुक कर सकते हैं?
A. जी हाँ, आधिकारिक वेबसाइट से ऑर्डर करें।
निष्कर्ष
श्री कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, सारंगपुर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आशा और समाधान का केंद्र है। चाहे जीवन की कोई भी समस्या हो, यहाँ आकर भक्तों को हनुमानजी की कृपा से हर चुनौती का सामना करने की शक्ति मिलती है। अगर आप गुजरात जा रहे हैं, तो इस मंदिर के दर्शन जरूर करें!

I’m Gaurav Tripathi, and through this blog, I share devotional content dedicated to Lord Hanuman. Here you’ll find powerful mantras, the Hanuman Chalisa, soulful bhajans, and fascinating facts about famous Hanuman temples across India. My mission is to spread the divine glory of Shri Hanuman Ji in a simple and heartfelt way for all devotees.