Hanuman Stuti : हनुमान स्तुति, भगवान हनुमान को समर्पित एक प्रमाणीय स्तव है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं और आध्यात्मिकता में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे विभिन्न रूपों और भाषाओं में रचा गया है, लेकिन इसका मूल्य अटल और समयहीन है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम हनुमान स्तुति के शब्दों में छिपी महत्वपूर्ण अर्थ, महत्त्व, और आध्यात्मिक यात्रा की गहराई में गहराई में जा सकते हैं।
Hanuman Stuti (हनुमान स्तुति)
जय बजरंगी जय हनुमाना
हनुमानजी स्तुति,
जय बजरंगी जय हनुमाना,
रुद्र रूप जय जय बलवाना,
पवनसुत जय राम दुलारे,
संकट मोचन सिय मातु के प्यारे ॥
जय वज्रकाय जय राम केरू दासा,
हृदय करतु सियाराम निवासा,
न जानहु नाथ तोहे कस गोहराई,
राम भक्त तोहे राम दुहाई ॥
विनती सुनहु लाज रखहु हमारी,
काज कौन जो तुम पर भारी,
अष्टसिद्धि नवनिधि केरू भूपा,
बखानहु कस विशाल अति रूपा ॥
धर्म रक्षक जय भक्त हितकारी,
सुन लीजे अब अरज हमारी,
भूत प्रेत हरहु नाथ बाधा,
सन्तापहि अब लाघहु साधा ॥
मान मोर अब हाथ तुम्हारे,
करहु कृपा अंजनी के प्यारे,
बन्दतु सौरभ दास सुनहु पुकारी,
मंगल करहु हे मंगलकारी ॥
यह हनुमानजी स्तुति सब रस युवा कवि सौरभ मिश्रा हिन्द द्वारा ब्रज अवधि व बघेली भाषा को मिश्रित कर लिखी गई है। युवा कवि ‘सौरभ मिश्रा हिन्द’ मध्यप्रदेश के रीवा जिले के हनुमना के समीप एक छोटे से गांव मुर्तिहा के निवासी हैं व सभी रसों, सभी विधाओं में काव्य रचना कर हिंदी साहित्य में अपनी उपस्थिति दर्शाते हैं। वास्तव में इनकी रचनाए अति उत्कृष्ट व मन मुग्ध करने वाली होती हैं।
हनुमान स्तुति का परिचय
हनुमान स्तुति हनुमान भगवान की गुणगान करने वाली एक संग्रह है, जिन्होंने हिंदू पौराणिक कथाओं में शक्ति, साहस, और भक्ति का प्रतीक बनाया है। इसे अलग-अलग रूपों में पढ़ा जाता है, लेकिन यह स्तुति भक्तों को आशीर्वाद, संरक्षण, और शक्ति प्रदान करने के रूप में महत्वपूर्ण है।


प्रतीकताओं और पौराणिक संदर्भ
हनुमान स्तुति के प्रत्येक शब्द में प्रतीकता और पौराणिक संदर्भ होता है, जो हनुमान के जीवन के विभिन्न किस्से, जैसे कि उनका जन्म, रामायण के दौरान उनके प्रदर्शन, और उनकी निरंतर राम की भक्ति को दर्शाते हैं।
आध्यात्मिक महत्व
हनुमान स्तुति का पाठ केवल एक रिवाज़ी अभ्यास नहीं है, बल्कि यह एक गहरा आध्यात्मिक यात्रा है। यह भक्त की शक्ति, ज्ञान, और प्रज्ञा की तलाश को दर्शाता है, और भक्ति और विश्वास के साथ हनुमान की कृपा को आह्वान करता है।
साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी बहुत अच्छा माना जाता है।